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मनकही
दरवाज़े वो रहे कहाँ जो मन से मन में खुलते थे , नन्हीं रौशन इस खिड़की से आओ मन की बात करें l
Saturday, April 28, 2018
दरवाज़े वो रहे कहाँ जो मन से मन में खुलते थे
नन्ही रोशन इस खिड़की से आओ मन की बात करें !
दरवाज़े वो रहे कहाँ जो मन से मन में खुलते थे
नन्ही रोशन इस खिड़की से आओ मन की बात करें !
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